Smart Farming Explained in Hindi: खेती में Technology का इस्तेमाल बदल देगा किसानों की किस्मत, लाखों में होगी कमाई

Smart Farming Explained in Hindi: खेती में पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ Modern Technology का इस्तेमाल करना Smart Farming कहलाता है। Smart Farming के माध्यम से किसान विभिन्न प्रकार की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर कृषि को आसान और सुविधाजनक बनाने के साथ-साथ अपनी कृषि पैदावार तथा मुनाफे दोनों को बढ़ा सकते हैं।

ऊपर आपने Smart Farming Kya Hai इसे संक्षेप में समझा, Technology से जुड़े आज के इस लेख में हम आगे विस्तार से चर्चा करेंगे स्मार्ट फ़ार्मिंग क्या है? Smart Farming कैसे करी जाती है? Smart Farming से किसानों को कैसे फायदा मिलता है? Technology किस प्रकार Farming में आमूल-चूल बदलाव ला सकती है? खेती में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने से किसानों को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं तथा Farming में Technology का इस्तेमाल करने में कितनी अतिरिक्त लागत किसानों को उठानी पड़ती है।

Smart Farming क्या है?

हम हर रोज अपने आप-पास किसी न किसी रूप में Technology को देखते हैं। समय के साथ Technology का इस्तेमाल अलग-अलग क्षेत्रों में किया जाने लगा है और जिन क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा उन क्षेत्रों में भी इसके इस्तेमाल की संभावनाओं को तलाश करने की कवायद जारी है।

Science & Technology के दिन-प्रति-दिन उन्नत होते रूप से मानव जीवन भी आसान होता जा रहा है। Technology और मशीनों की सहायता से किसी भी कार्य को किसी इंसान की तुलना में बेहद ही कम समय में और बेहतर गुणवत्ता के साथ पूरा किया जा सकता है।

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Technology के एक महत्वपूर्ण Application इंटरनेट से हम सभी वाकिफ हैं और डेली लाइफ में इसका इस्तेमाल भी करते हैं, विभिन्न क्षेत्रों चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, सोशल मीडिया हो, गवर्नेंस हो अथवा कोई भी अन्य क्षेत्र, Internet के इस्तेमाल से मानव जीवन बेहद आसान हो चुका है।

ऐसे ही एक सेक्टर है Agriculture या कृषि क्षेत्र, जिसमें Internet और Technology का इस्तेमाल कर किसानों द्वारा शानदार परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं और किये भी जा रहे हैं। खेती करने का यह आधुनिक तरीका ही Smart Farming कहलाता है। Smart Farming में किसानों द्वारा अत्याधुनिक हार्डवेयर्स एवं सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल किया जाता है जिन्हें हम आगे जानेंगे।

Smart Farming में Technology का इस्तेमाल कैसे होता है?

वर्तमान दौर में हम एक डिजिटल युग में जी रहे हैं, हमारे दैनिक जीवन से जुड़े अधिकांश कार्यों में कहीं न कहीं Technology का इस्तेमाल होता ही है, उदाहरण के लिए शॉपिंग, पैसों का लेन-देन, पढ़ाई, खेल, मनोरंजन जैसे सभी कार्यों में Technology शामिल होती है।

इसी Technology का इस्तेमाल कृषि में भी कई तरीके से किया जा सकता है ताकि किसान पहले जितनी ही भूमि से अधिक पैदावार ले सकें, नए प्रयोग कर सकें और साथ ही अपनी उपज की अधिक कीमत भी प्राप्त कर सकें।

Farming में Technology का इस्तेमाल फसल की बुवाई से लेकर उसे बेचने तक किया जा सकता है, जिसमें निम्नलिखित उपयोग शामिल हैं-

  • मिट्टी की जाँच
  • मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा की जाँच
  • रोबॉट्स का इस्तेमाल
  • ड्रोन का इस्तेमाल
  • फल एवं सब्जियों की गुणवत्ता जाँचने के लिए मशीनों का इस्तेमाल
  • इंटरनेट के माध्यम से कृषि वैज्ञानिकों से सलाह
  • इंटरनेट की सहायता से फसल से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी लेना तथा कृषि उपज की मार्केट वैल्यू की जानकारी प्राप्त करना
  • GPS और Satellite का इस्तेमाल

आइए अब विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं आखिर Technology से किस प्रकार खेती करने के पारंपरिक तरीकों में बदलाव ला सकती है और किसानों के मुनाफे को कई गुना तक बढ़ा सकती है।

कृषि में साधारण मशीनों का इस्तेमाल

खेती में Technology का इस्तेमाल विभिन्न आयामों में किया जा सकता है और इनमें पहला है मानव श्रम के स्थान पर मशीनों द्वारा विभिन्न कृषि कार्यों को पूरा करना। भारत में अलग-अलग क्षेत्रों की मौसमी दशाएं भिन्न हैं जहाँ बहुत देर तक काम करना किसी इंसान के लिए संभव नहीं है ऐसे में मशीनों की सहायता लेकर बेहद कम समय में कृषि कार्यों को पूरा किया जा सकता है। खेती में मशीनों का इस्तेमाल खेत की जुताई, फसल की बुवाई, सिंचाई, कटाई इत्यादि में किया जा सकता है।

Farming में Smart यंत्रों का इस्तेमाल

Artificial Intelligence के लगातार होते विकास के चलते आज मशीनों को भी मानव की भांति बुद्धिमत्ता अर्थात Intelligence से लैस किया जा रहा है। Intelligence से युक्त ये मशीनें मानव की तरह सोचने, समझने और सीखने में बहुत हद तक सक्षम होती जा रही हैं अतः कृषि जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इनका इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है।

इन स्मार्ट यंत्रों में मुख्य रूप से AI Technology युक्त रोबॉट्स शामिल हैं जो अलग-अलग प्रकार के सेंसर्स से लैस होते हैं ये रोबोट फसल की बुवाई करने, बिना फसल को नुकसान पहुंचाए फसल की सिंचाई तथा गुड़ाई करने आदि के काम आ सकते हैं।

इसके अलावा इनमें लगे सेंसर मिनटों में खेत की पूरी फसल को स्कैन कर उसकी हेल्थ का डेटा इकट्ठा कर सकते हैं, जिससे किसानों को सम्पूर्ण खेत में विभिन्न प्रकार की दवाओं, कीटनाशकों आदि का छिड़काव करने के बजाए केवल आवश्यक स्थानों पर ऐसा करने की जरूरत होगी।

Farming में Drone का इस्तेमाल

पिछले कुछ वर्षों में ड्रोन Agriculture Sector में एक महत्वपूर्ण टूल बनकर सामने आया है और अब इसका इस्तेमाल धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। Drone का इस्तेमाल मुख्य रूप से बिना खेत में जाए अथवा फसल को नुकसान पहुचाएं बिना खेत में दवाओं एवं कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए किया जाता है।

इसके अलावा वर्तमान में ड्रोन का इस्तेमाल इसमें कई प्रकार के सेंसर लगाकर भी किया जा रहा है, ड्रोन में लगे सेंसर पूरे खेत का मुआयना कर किसी स्थान विशेष में पोषक तत्वों की कमी, फसल में कोई रोग, पानी की कमी आदि की जाँच कर सकते हैं, साथ ही ड्रोन में लगे सेंसर पूरे खेत की पैदावार की भी सटीक जानकारी दे सकते हैं।

Farming में GPS का इस्तेमाल

GPS से आप सभी अच्छी तरह वाकिफ हैं, यह एक Technology है जो किसी व्यक्ति को उसकी सटीक भौगोलिक स्थिति यानी Location बताने में मदद करती है, Smart Farming में जीपीएस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, यह किसान को खेत की Mapping करने में मदद करता है।

किसान की कृषि भूमि के बढ़ने के साथ ही इस बात की संभावना भी बढ़ जाती है कि फसल युक्त भूमि का कोई हिस्सा आवश्यक दवाओं, कीटनाशकों, उर्वरक आदि से वंचित रह जाए ऐसे में जीपीएस का इस्तेमाल कर किसान यह सुनिश्चित कर सकता है कि सम्पूर्ण कृषि भूमि में आवश्यक पोषक तत्व समान मात्रा में पहुँच सकें।

Drip Irrigation का इस्तेमाल

Drip के माध्यम से Irrigation या सिंचाई Smart Farming का एक और तरीका है। मनुष्य हो या पेड़-पौधे सभी के लिए पानी बहुत ज़रूरी है, किन्तु सिंचाई में आवश्यकता से अधिक पानी के इस्तेमाल से अंततः पानी की बर्बादी ही होती है। इसके समाधान के तौर पर अब किसानों द्वारा ड्रिप के माध्यम से सिंचाई को अपनाया जा रहा है।

यह आधुनिक कृषि की एक विशेष प्रणाली है जिसके द्वारा बूंद-बूंद पानी सीधे पौधे की जड़ों तक पहुंचाया जाता है। इस तरह पानी की बर्बादी भी नहीं होती और पौधों को भी उनकी जरूरत के अनुरूप सही मात्रा में पानी मिलता है।

कृषि में AI का इस्तेमाल

विभिन्न क्षेत्रों में वर्तमान में AI अथवा आर्टिफिशियल इटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है, AI के इस्तेमाल से कृषि को भी नए आयाम तक ले जाया जा सकता है।

गौरतलब है कि, AI कोई एक मशीन नहीं है बल्कि यह विभिन्न मशीनों का एक ऐसा इको सिस्टम है, जो हर कदम पर अपनी बुद्धिमत्ता के अनुसार कार्य करती हैं।

AI की मदद से किसानों को फायदेमंद फसल का चुनाव करने, मौसम तथा फसल की कीमतों का पूर्वानुमान लगाने, AI तकनीक से लैस रोबॉट्स का इस्तेमाल करने, फसलों में किसी बीमारी का पता लगाने आदि में किया जा सकता है।

Farming में इंटरनेट का इस्तेमाल

कृषि में इंटरनेट का इस्तेमाल भी कई तरीकों से किया जा सकता है, ऊपर बताई गई मशीनों/तकनीकों से प्राप्त डेटा को किसी संस्थान तक भेजने अथवा क्लाउड में स्टोर करने में इंटरनेट अहम भूमिका निभाता है, साथ ही इंटरनेट की मदद से किसान अपने पारंपरिक फसल चक्र में बदलाव भी कर सकते हैं तथा ऐसी फसलों को उगा सकते हैं, जो उन्हें अधिक मुनाफा दें।

उम्मीद है आपको Smart Farming से जुड़ा ये लेख Smart Farming Kya Hai? और Smart Farming Kaise Kari Jati hai? तथा Smart Farming से किसानों को कैसे फायदा मिलता है? पसंद आया होगा, आप अपने सुझाव हमें नीचे बने कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से भेज सकते हैं।

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