सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक ना जाने कितने ही काम हम केवल अपने स्मार्टफोन के जरिए कर लेते हैं। जरूरी कामों के अलावा भी हम दिन भर में काम बेकाम की सैकड़ों बातें इंटरनेट खासकर गूगल जैसे सर्च इंजन में खोजते रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करना आपकी परेशान का कारण बन सकता है
किसी भी सवाल का जवाब दे देने वाले गूगल का इस्तेमाल आप सुरक्षित तरीके से कर सकें, इसको ध्यान में रखते हुए आज हम कुछ ऐसे ही विषयों के बारें में बात करने जा रहे हैं, जिन्हें गूगल में सर्च करना आपको सलाखों के पीछे पहुँचा सकता है, लिहाजा आपको इन विषयों के संबंध में गूगल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
बलात्कार पीड़िता के संबंध में जानकारी जुटाना
किसी बलात्कार पीड़ित के संबंध में सूचना (उसका नाम या घटना विशेष से जुड़ी जानकारी) को शेयर करना, जिससे पीड़ित की पहचान सार्वजनिक होती हो, एक दंडनीय अपराध है। भारतीय दंड संहिता की धारा 228a के अनुसार, जो कोई भी किसी ऐसे व्यक्ति, जिसके खिलाफ धारा 376 (बलात्संग) के तहत अपराध किया गया है, से जुड़ी जानकारी शेयर करता है, उसे दो वर्ष तक के कारावास तथा जुर्माने से दंडित किया जाएगा।
इंटरनेट पर ऐसे किसी पीड़ित के संबंध में जानकारी जुटाने से बचें। ध्यान देने योग्य बात है कि, किसी पीड़ित का समर्थन करते हुए भी जानकारी सार्वजनिक करना अपराध की श्रेणी में शामिल है।
चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी
दुनियाँ के सभी देश चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी को लेकर बेहद गंभीर हैं और लगभग सभी देशों में यह प्रतिबंधित है। भारत सरकार भी चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी को लेकर बेहद सख्त है, भारत में इस संबंध में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) कानून लागू है, जिसके तहत बाल पोर्नोग्राफ़ी का उत्पादन, संग्रहण, उसे देखना तथा शेयर करना एक दंडनीय अपराध है।
POSCO कानून की धारा 15 के अनुसार ऐसा करने पर कम से कम 5 साल की सजा का प्रावधान है, अतः इंटरनेट पर चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी को भूलकर भी सर्च ना करें।
आपराधिक गतिविधियों के तरीके
Google का इस्तेमाल करते हुए गूगल को हैक कैसे करें? जैसी खोजें भले ही हास्यास्पद लगती हों, किन्तु गूगल में किसी आपराधिक गतिविधि को कैसे अंजाम दिया जाए इसके विषय में जानकारी जुटाना आपको जेल पहुंचा सकता है। इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में बम कैसे बनाएं, बैंक कैसे लूटें, किसी की हत्या कैसे करें, इंटरनेट से किसी की निजी जानकारी कैसे चुराएं जैसी खोजें हो सकती हैं।
गर्भपात करने के विषय में
भ्रूण हत्या या गर्भपात को लेकर सरकार काफ़ी गंभीर है, अतः गर्भपात करने के तरीकों के संबंध में इंटरनेट पर सर्च करना आपके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। यह केवल डॉक्टर की सलाह के बाद और विशेष परिस्थितियों में ही करवाया जा सकता है, इसलिए ऐसा कुछ भी इंटरनेट पर सर्च करने से बचें।
फिल्म पाइरेसी
फिल्म पाइरेसी देश में एक अपराध है। सरकार द्वारा हाल ही में सिनेमेटोग्राफी अधिनियम, 1952 में संशोधन किया गया है इसके बाद अब पाइरेटेड फिल्में खरीदना, बेचना, डाउनलोड करना तथा देखना एक अपराध है, जिसके लिए 3 साल की सजा तथा 10 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यदि आप भी फिल्में देखने के शौकीन हैं तो इसके लिए वैध तरीकों का ही इस्तेमाल करें, इंटरनेट पर पाइरेटेड फिल्में सर्च करने से बचें।
किसी व्यक्ति के संबंध में मानहानिकारक बातें
इंटरनेट पर किसी व्यक्ति के संबंध में मानहानिकारक बातें सर्च करना या शेयर करना, जिससे उस व्यक्ति के चरित्र, प्रतिष्ठा या ख्याति को ठेस पहुँचती हो, भारतीय दंड संहिता की धारा 499 और धारा 500 के तहत एक अपराध है।
कुछ अन्य बातें
इसके अतिरिक्त कुछ अन्य बातें भी हैं, जिन्हें आपको इंटरनेट पर सर्च करने से बचना चाहिए हालाँकि यह ऊपर बताई गई बातों के विपरीत गैरकानूनी नहीं हैं, लेकिन यह अप्रत्यक्ष तौर पर आपको नुकसान पहुँचा सकती हैं। ऐसे कुछ बातें निम्नलिखित हैं
- इंटरनेट में किसी भी संदिग्ध वेबसाइट पर अपनी पर्सनल इनफॉर्मेशन शेयर ना करें या किसी पर्सनल इनफॉर्मेशन को ना खोजें
- चिकित्सकीय सलाह या उपचार के लिए Google का इस्तेमाल न करें
- Google पर पर्सनल फाइनेंस तथा शेयर बाजार के संबंध में किसी भी प्रकार की सलाह या मार्गदर्शन न खोजें
- गूगल पर किसी भी प्रकार के ऑफर्स के बारे में ना खोजें, ऐसा करने से आपके किसी स्कैम में फसने की अधिक संभावना है