ध्रुवों में छः महीनों के दिन एवं छः महीनों की रात क्यों होती हैं? (Six Months Day & Six months Night)

आर्टिकल शेयर करें

नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे क्षेत्रों से महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। आज इस लेख में हम चर्चा करेंगे ध्रुवों में क्यों छः महीने का दिन एवं छः महीने की रात (Six months Day and Six months Night Explained in Hindi) होती है तथा मौसमों का बदलाव किस प्रकार होता है?

पृथ्वी तथा मौसम

हमारी पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है। इसे सूर्य का एक चक्कर लगाने में 365 दिन तथा 6 घण्टों का समय लगता है। हम अपनी सुविधा के लिए सामान्यतः एक वर्ष को 365 दिनों का ही मानते हैं। प्रत्येक चार वर्षों बाद, जब इन अतिरिक्त घण्टों की संख्या 24 अर्थात एक दिन के बराबर हो जाती है तो इस अतिरिक्त दिन को चौथे वर्ष के दिनों में जोड़ दिया जाता है।

यह भी पढ़ें : पृथ्वी का वायुमंडल तथा इसकी विभिन्न परतें

इस प्रकार प्रत्येक चौथे वर्ष में दिनों की संख्या 366 होती है, जिसे लीप वर्ष कहा जाता है। इस वर्ष फरवरी माह में दिनों की संख्या 29 होती है। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करने के अतिरिक्त अपनी धुरी पर भी घुर्णन करती है। यह 24 घण्टों में अपनी धुरी पर एक घुर्णन पूरा करती है जिसे हम एक दिन कहते हैं।

छः महीने के दिन और छः महीने की रात

पृथ्वी की धुरी सीधी न होकर 23.5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है अतः इस कारण वर्ष के 6 माह पृथ्वी का एक ध्रुव सूर्य की ओर झुका रहता है, जबकि दूसरा ध्रुव सूर्य से छिपा रहता है अतः यहाँ सूर्य की रोशनी नहीं पहुँच पाती, जिसके कारण यहाँ 6 माह तक रात रहती है, जबकि विपरीत गोलार्द्ध में उस समय 6 माह का दिन होता है। नीचे दिखाए गए चित्र से आप इसे और आसानी से समझ सकते हैं।

earth and sun
पृथ्वी का अपने अक्ष पर झुकाव

21 जून को उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका रहता है तथा सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर सीधी पड़ती हैं, जिसके कारण उत्तरी गोलार्द्ध में गर्मियों का मौसम रहता है। इस दौरान उत्तरी ध्रुव में लगातार 6 महीने तक दिन रहता है। 22 दिसंबर को पृथ्वी का दक्षिणी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है तथा सूर्य की किरणें मकर रेखा पर सीधी पड़ती हैं। इस समय दक्षिणी गोलार्ध में गर्मियाँ होती हैं, जबकि उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों का मौसम होता है।

यह भी पढ़ें : तत्व, यौगिक एवं मिश्रण क्या हैं तथा इनमें क्या अंतर हैं?

इसके अतिरिक्त 21 मार्च तथा 23 सितंबर को सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर सीधी पड़ती हैं अर्थात कोई भी ध्रुव सूर्य की तरफ़ झुका नहीं होता और इन तिथियों में पृथ्वी के प्रत्येक स्थान पर दिन एवं रात बराबर अर्थात 12 घण्टे के होते हैं। इस प्रकार सूर्य की किरणें वर्षभर कर्क रेखा से मकर रेखा के मध्य सीधी पड़ती हैं।

Earths Rotation
वर्ष भर पृथ्वी की स्थिति

यह भी पढ़ें : अक्षांश एवं देशान्तर रेखाएं क्या हैं तथा इन रेखाओं का क्या उपयोग है?

उम्मीद है दोस्तो आपको ये लेख (Six months Day and Six months Night Explained in Hindi) पसंद आया होगा टिप्पणी कर अपने सुझाव अवश्य दें। अगर आप भविष्य में ऐसे ही रोचक तथ्यों के बारे में पढ़ते रहना चाहते हैं तो हमें सोशियल मीडिया में फॉलो करें तथा हमारा न्यूज़लैटर सब्सक्राइब करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *