जानें कैसे 5G मोबाइल नेटवर्क ऑनलाइन गेमिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है?

आर्टिकल शेयर करें

हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के रजत जयंती समारोह में अपने सम्बोधन के दौरान देश के पहले 5G टेस्टबेड का शुभारंभ किया। देश में 5G टेस्टबेड के चलते अब स्टार्टअप्स तथा उद्योग जगत को 5G नेटवर्क के लिए अपने उत्पादों का स्थानीय स्तर पर परीक्षण करने का अवसर मिलेगा। इससे कंपनियों की विदेशी निर्भरता कम होगी और साथ ही यह देश में 5G सेवाओं की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

गौरतलब है कि, 5G पाँचवी पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है, 1979 में शुरू हुई मोबाइल टेलीकम्युनिकेशन सेवा पीढ़ी दर पीढ़ी उन्नत होती गयी है। इसकी पाँचवी पीढ़ी अत्यधिक तेज़, 20 गीगाबाइट प्रति सेकंड तक की अधिकतम गति से इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने में सक्षम है, जो विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति ला सकेगी। हालांकि हमनें 5G क्या है? इसके विभिन्न क्षेत्रों में अनुप्रयोग तथा फायदे एवं नुकसानों को एक अन्य लेख में विस्तार से समझाया है, जिसे आप नीचे दी गयी लिंक के माध्यम से पढ़ सकते हैं।

यह भी पढ़ें : 5G तकनीक क्या है? 4G से किस प्रकार भिन्न है तथा इसके क्या फायदे एवं नुकसान हैं?

आज इस लेख के माध्यम से हम चर्चा करने जा रहे हैं 5G के एक क्षेत्र विशेष (ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र) पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में कि, किस प्रकार 5G ऑनलाइन गेमिंग के क्षेत्र में आमूल चूल परिवर्तन ला सकता है (How Will 5G Change The Online Gaming Industry?) तथा इस क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की चौथी पीढ़ी यानी 4G की तुलना में यह कितना अधिक कुशल साबित होगा।

ऑनलाइन गेमिंग

खेल प्राचीन काल से ही मानव जीवन में मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन रहे हैं इसके अतिरिक्त खेलों का हमारे शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, हालांकि तकनीकी के क्षेत्र में समय के साथ होते विकास ने खेलों के एक आधुनिक रूप विडियो गेम्स को हमारे सामने प्रस्तुत किया है, जिन्हें कम्प्यूटर, टेबलेट या स्मार्टफोन के जरिये खेला जाता है।

वीडियो गेम का ही एक विकसित रूप ऑनलाइन गेम्स वर्तमान में हमारे सामने है, जिसमें इंटरनेट महत्वपूर्ण भूमिका में होता है। समय के साथ वीडियो गेम्स का क्षेत्र काफ़ी फला फूला है 1950 के दशक में शुरू हुए पहले वीडियो गेम से लेकर अत्याधुनिक ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम्स तक इस क्षेत्र ने काफी तरक्की की है।

5G का गेमिंग क्षेत्र में प्रभाव

वर्तमान दौर में अधिकांश विडियो गेम्स इंटरनेट की सहायता से खेले जाते हैं अतः इंटरनेट इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जैसा कि, हमनें ऊपर चर्चा करी 5G मोबाइल नेटवर्क अत्यधिक तेज़ गति का इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराने में सक्षम होगा अतः इसमें कोई संदेह नहीं है कि, यह ऑनलाइन गेमिंग के अनुभव को बेहतर करेगा। आइए अब विशेष रूप से कुछ बिंदुओं की सहायता से समझते हैं 5G कैसे ऑनलाइन गेमिंग के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है।

लेटेंसी अथवा विलंबता

लेटेंसी (Latency) या विलंबता वह समय है, जो डेटा के किसी पैकेट को किसी डेटा सेंटर से यूजर के डिवाइस तक आने में लगता है। यदि बात ऑनलाइन गेम्स की हो तो इस स्थिति में यूजर के अनुभव को बेहतर बनाने के लिहाज़ से लेटेंसी का कम से कम होना बेहद अहम हो जाता है। चूंकि 5G की सहायता से डेटा के आदान-प्रदान का यह समय या लेटेंसी 5 से 10 मिली सेकेंड तक हो जाएगी अतः यूजर के इनपुट देने और गेम की प्रतिक्रिया के बीच का अंतराल लगभग नगण्य होगा और यह गेम्स का रियल टाइम अनुभव प्रदान कर सकेगा।

इंटरनेट की तेज गति

5G में डेटा डाउनलोड की दर 4G के मुकाबले 20 गुना अधिक लगभग 20 गीगाबाइट प्रति सेकेंड तक होगी, जो अत्याधुनिक गेम्स की बड़ी फाइल्स को सेकेंड्स में डाउनलोड करने में सक्षम होगा और गेमिंग के अनुभव को बेहतर बनाएगा।

वर्चुअल रियलिटी एवं गेमिंग

वर्चुअल रियलिटी एक अन्य तकनीक है, जिसमें कुछ विशेष सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर का उपयोग करते हुए एक ऐसा वातावरण बनाया जाता है, जो आभासी होने के बाद भी वास्तविक प्रतीत होता है। इस तकनीक का आधारभूत भी इंटरनेट ही है अतः कम विलंबता तथा अधिक स्पीड वाला इंटरनेट कनेक्शन एक बेहतरीन VR अनुभव प्रदान करने में मददगार साबित होगा।

चूंकि बात गेमिंग क्षेत्र की हो रही है अतः वर्चुअल रियलिटी का इस्तेमाल गेमिंग क्षेत्र में किया जाए तो यह गेमिंग का एक अभूतपूर्व अनुभव प्रदान करेगा, जिसमें खेल के सभी किरदार, खेल का मैदान तथा चारों ओर का वातावरण आभासी होते हुए भी वास्तविक प्रतीत होगा और खिलाड़ी स्वयं को खेल के केंद्र में पाएगा।

क्लाउड कम्प्यूटिंग एवं गेमिंग

क्लाउड कम्प्यूटिंग ऑनलाइन माध्यम से कम्प्यूटिंग क्षमता जैसे सॉफ्टवेयर, स्टोरेज इत्यादि उपलब्ध करवाने की तकनीक है, जैसा कि हम जानते हैं 5G मोबाइल नेटवर्क में डेटा के डाउनलोड की दर काफ़ी अधिक होगी अतः किसी गेम या उसकी किसी फाइल को रियल टाइम में क्लाउड की सहायता से एक्सेस किया जा सकेगा और यह यूजर के पर्सनल कम्प्यूटर पर पड़ने वाले स्टोरेज के लोड को बहुत हद तक कम करेगा।

गेमिंग क्षेत्र का कारोबार

अर्थव्यवस्था के लिहाज से देखा जाए तो ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र कई देशों की अर्थव्यवस्था में अच्छा खासा हिस्सा रखता है। उदाहरण के लिए साल 2021 में चीन की घरेलू गेमिंग मार्केट का राजस्व 46 बिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब रहा, जबकि इन कंपनियों का विदेशी कारोबार 17 बिलियन डॉलर के करीब था।

भारत की बात करें तो स्मार्टफोन तथा इंटरनेट की बढ़ती पहुँच के चलते भारत में भी इस क्षेत्र में खासी वृद्धि देखने को मिली है। भारत चीन के बाद दुनियाँ का दूसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन गेमिंग बाज़ार है, जिसका 2022 तक कुल मूल्य 2 बिलियन डॉलर के करीब पहुँचने की उम्मीद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *