Global Terrorism Index 2020 – in Hindi | वैश्विक आतंकवाद सूचकांक

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वैश्विक आतंकवाद सूचकांक

वैश्विक आतंकवाद सूचकांक इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एन्ड पीस (IEP) द्वारा वार्षिक रूप से जारी किया जाता है। यह एक गैर-लाभकारी संस्था है जिसका मुख्यालय ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित है। संस्था द्वारा विश्व के 163 देशों में होने वाली आतंकवादी घटनाओं के अनुसार एक सूची तैयार की जाती है। इन 163 देशों में विश्व की 99.7% जनसंख्या निवास करती है। सूची को तैयार करने के लिए आवश्यक सूचनाएं वैश्विक आतंकवाद डेटाबेस (GTD) से प्राप्त की जाती हैं। ये डेटाबेस National Consortium for the Study of Terrorism and Responses to Terrorism (START) मैरीलैंड विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जाता है।

हाँलाकि आतंकवाद की कोई वैश्विक परिभाषा नहीं है किन्तु National Consortium for the Study of Terrorism and Responses to Terrorism (START) के अनुसार किसी गैर-सरकारी व्यक्ति अथवा संगठन द्वारा अपने राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं धार्मिक हितों की पूर्ति के लिए गैरकानूनी बल या हिंसा का प्रयोग अथवा प्रयोग करने की धमकी देने को आतंकवाद की श्रेणी में रखा गया है। IEP इसी परिभाषा को ध्यान में रखते हुए सूचकांक जारी करता है।

आइये अब समझते हैं यह सूचकांक किस प्रकार तैयार किया जाता है। प्रत्येक देश को वहां होने वाली आतंकवादी घटनाओं के अनुसार 0 से 10 के मध्य अंक दिए जाते हैं। जहाँ 0 ऐसे देशों को दर्शाता है जो आतंकवाद से बिल्कुल प्रभावित नहीं हैं वहीं 10 अत्यधिक प्रभावित देशों को दिखाता है। इसके अतिरिक्त देशों को अंको के अनुसार विभिन्न प्रकार की श्रेणियों में रखा जाता है ये श्रेणियाँ नीचे चित्र में दर्शायी गई हैं। 

आतंकवाद से प्रभावित देशों का उनके प्राप्तांकों के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकरण
आतंकवाद से प्रभावित देशों का उनके प्राप्तांकों के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकरण

वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2020

इस वर्ष जारी हुए सूचकांक में भारत 7.353 अंकों के साथ आठवें स्थान पर है। गौरतलब है कि भारत पिछले पाँच सालों से इसी स्थान पर बना हुआ है। वहीं पहले स्थान पर 9.592 अंकों के साथ अफगानिस्तान है। सूचकांक के अनुसार भारत में साल 2019 में आतंकवाद की कुल 558 घटनाएं दर्ज की गई जिनके परिणामस्वरूप 277 मौतें हुई जबकि 439 लोग घायल हुए। मौतों एवं आतंकवादी घटनाओं के आंकड़ों में 2018 के मुकाबले 2019 में 20 फीसदी की गिरावट आई है। आतंकवाद से प्रभावित 10 देशों में भारत में अन्य की तुलना में अधिक आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। इनमें मुख्य रूप से इस्लामिक संगठन, कम्युनिस्ट, माओवादी संगठन तथा अलगाववादी संगठन शामिल हैं।

वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2020 में भारत की स्थिति
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2020 में भारत की स्थिति

वहीं यदि विश्व की बात करें तो आतंकवाद से होने वाली मौतों में पिछले पाँच सालों से लगातार कमी दर्ज की गई है। साल 2014 में 33,438 मौतें दर्ज की गई जबकि 2019 में ये संख्या घटकर 13,826 हो गयी है।

 

साल 2018 तथा 2019 में आतंकवाद से विश्वभर में हुई मौतों की तुलना
साल 2018 तथा 2019 में आतंकवाद से विश्वभर में हुई मौतों की तुलना

आतंकवाद का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर आतंकवाद के प्रभाव को देखें तो यह भी पिछले पाँच सालों से लगातार घट रहा है। जहाँ साल 2014 में यह $116 बिलियन आंका गया था वहीं 2019 में यह घटकर $26.4 बिलियन तक पहुँच चुका है। बता दें कि उक्त आंकड़े आतंकवाद से होने वाले आर्थिक नुकसान के हैं जिनमें प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से GDP की हानि, निजी संपत्ति की हानि, मृत्यु तथा अन्य आर्थिक नुकसान शामिल हैं।

साल 2000 से 2019 के मध्य आतंकवाद से होने वाला आर्थिक नुकसान बिलियन डॉलर में
साल 2000 से 2019 के मध्य आतंकवाद से होने वाला आर्थिक नुकसान बिलियन डॉलर में

 

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