आपने अक्सर अपने हाथ-पैरों में झनझनाहट या चुभन महसूस करी होगी, इसे मेडिकल भाषा में Paresthesia कहा जाता है। हालांकि अधिकांश परिस्थितियों में यह झनझनाहट सामान्य होती है, किन्तु कुछ स्थितियों में हाथ-पैरों में होने वाली झनझनाहट (Tingling Sensation) किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
आज इस लेख में विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे हाथ-पैरों में होने वाली झनझनाहट के क्या कारण होते हैं तथा आप सामान्य घरेलू नुस्खों से इससे कैसे निजात पा सकते हैं। इसके साथ ही जानेंगे किन परिस्थितियों में यह सामान्य है और किन परिस्थितियों में आपको हाथ-पैरों में होने वाली झनझनाहट को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
झनझनाहट या Tingling Sensation के कारण
शरीर के किसी हिस्से में झनझनाहट या चुभन महसूस होने का मुख्य कारण उस हिस्से तक रक्त का सही मात्रा में ना पहुँच पाना है। रक्त हमारे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन की सप्लाई करता है और शरीर के किसी हिस्से तक रक्त के ना पहुँचने से उस हिस्से को जरूरी मात्रा में प्राणवायु नहीं मिल पाती। लिहाजा शरीर का वह हिस्सा सुन्न होने लगता है और हमें सूई की चुभन या चींटियों के काटने का सा अनुभव होता है।
अधिकांशतः हाथ-पैरों में होने वाली झनझनाहट (Tingling Sensation) सामान्य ही होती है, जबकि इस स्थिति में भी इसका कारण एक ही है ‘शरीर के उस हिस्से तक रक्त की आपूर्ति का बाधित होना‘। सामान्यतः होने वाली झनझनाहट के मुख्य कारणों में एक ही स्थिति में अधिक समय तक बैठे रहना, जिससे कि नसों पर दबाव पड़ रहा हो, हाथ या पैर को ऐसी स्थिति में रखना जिससे इन अंगों तक रक्त सही से ना पहुँच रहा हो आदि शामिल होते हैं।
उदाहरण के तौर पर कई बार नीद में हम अपने हाथों को ऐसी स्थिति में रख देते हैं, जिससे कि रक्त का संचार बाधित होता है और कुछ समय बाद हमारा हाथ बिल्कुल सुन्न हो जाता है। इसके अलावा बार-बार होने वाली झनझनाहट किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है, इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए।
घरेलू उपचार
हाथ-पैरों में होने वाली झनझनाहट को आप कुछ घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर आसानी से ठीक कर सकते हैं। इस समस्या से से निजात पाने का सबसे आसान तरीका तो है यह है कि आप, शरीर के प्रभावित हिस्सों की मालिश करें, जिसके लिए आप जैतून, तिल, सरसों या नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रभावित हिस्सों की सिकाई भी एक अन्य उपचार हो सकता है, जिससे कि वहाँ का रक्त संचार सही हो जाए। सिकाई करने के लिए गरम पानी में नमक डालकर उसे इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
इसके अलावा अपने दैनिक रूटीन में हाथों और पैरों से जुड़ी एक्सरसाइज शामिल करना भी फायदेमंद हो सकता है, इनमें हाथों को बार-बार खोलना-बंद करना, गोल-गोल घुमाना आदि शामिल हैं।
अपनी डाइट में इन चीजों को करें शामिल
एक अच्छा डाइट प्लान शरीर से जुड़ी लगभग सभी समस्याओं का निवारण कर सकता है। यहाँ बताए गए खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करने से आप अपने रक्त प्रवाह को बेहतर कर सकते हैं। अपने भोजन में विटामिन और मिनरल की मात्रा को बढ़ाएं, ऐसे आहार लें जिनमें विटामिन “बी” और “ई” अधिक मात्रा में हों जैसे दूध, अंडा, ब्रॉकली, मशरूम, ताजे फल, एवोकाडो, पीनट बटर, ड्राई फ्रूट्स आदि।
हल्दी वाला दूध भी इसके लिए एक कारगर उपाय है। हल्दी एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है, जो शरीर में होने वाली झनझनाहट (Tingling Sensation) को ठीक करने में अहम भूमिका निभाती है। इसके अलावा गुनगुने पानी का सेवन, खाने में दालचीनी का सेवन तथा नियमित व्यायाम भी इस समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक है।
बार-बार शरीर में झनझनाहट हो सकता है इन बीमारियों का संकेत
यदि आपको शरीर के विभिन्न हिस्सों में बार-बार झनझनाहट या चुभन का एहसास होता है तो आपको सावधान होने की जरूरत है, यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। इस स्थिति में बिना किसी विलंब के अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। निम्नलिखित समस्याओं के चलते भी बार-बार हाथ पैरों में झुनझुनी या चुभन हो सकती है।
मधुमेह (Diabetes)
खून में शुगर लेवल के बढ़ने से तंत्रिका तंत्र (Nervous System) को क्षति पहुँचती है, साथ ही इसके चलते शरीर में कई पोषक तत्वों के बनने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है। लिहाजा शरीर के विभिन्न हिस्सों में रक्त प्रवाह प्रभावित होता है और हमें झुनझुनी या चुभन महसूस होती है। हालांकि मधुमेह के कुछ अन्य लक्षण भी हैं जैसे अत्यधिक भूख और प्यास लगना, अत्यधिक पेशाब आना, थकान इत्यादि यदि आप ऐसे लक्षणों को भी महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें।
किडनी से जुड़ी समस्या
किडनी हमारे शरीर में रक्त को साफ करने या छानने का काम करती है। यह रक्त से ऐसे विषाक्त पदार्थों को अलग करती है, जो हमारे तांत्रिक तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अतः यदि किडनी अपना काम सही से ना करें तो रक्त में ऐसे तत्व मौजूद रहेंगे, जिनसे तंत्रिका तंत्र को क्षति पहुँच सकती है और अंततः इससे रक्त की आपूर्ति प्रभावित होगी।
संक्रमण (Infection)
हमारा शरीर हर दिन लाखों करोड़ों सूक्ष्मजीवों (विषाणु, जीवाणु आदि) के संपर्क में आता है, हालांकि सामान्यतः हमारे शरीर का रोग प्रतिरोधक तंत्र (Immune System) इनसे निपटने में सक्षम होता है और हमें इस संक्रमण का अहसाह नहीं हो पाता। किन्तु कई परिस्थितियों में वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण शरीर में नसों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे पुनः रक्त प्रवाह प्रभावित होता है।
अन्य स्थितियाँ
इसके साथ ही शरीर के विभिन्न हिस्सों में अक्सर महसूस होने वाली झनझनाहट या चुभन के कुछ अन्य कारण भी हैं, इनमें विटामिन की कमी, ऑटोइम्यून डिजीज, थायराइड, अत्यधिक दवाइयों का सेवन, शराब का अत्यधिक सेवन, गर्भावस्था जैसी स्थितियाँ शामिल हैं।