फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची के अनुसार, व्यापार समूह अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी बर्नार्ड अरनॉल्ट को पछाड़कर दुनियाँ के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक गौतम अडानी की कुल संपत्ति $154.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जबकि बर्नार्ड अरनॉल्ट की कुल संपत्ति $153.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
बता दें कि, बर्नार्ड अरनॉल्ट फ्रेंच लग्जरी फैशन हाउस Louis Vuitton के सीईओ हैं। फोर्ब्स के आंकड़ों के मुताबिक गौतम अडानी अब केवल इलेक्ट्रॉनिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला के मालिक और उद्योगपति एलॉन मस्क से पीछे हैं। एलोन मस्क की कुल संपत्ति 273.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जिसमें हाल ही में 789 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है।
अडानी के अतिरिक्त अमीरों की इस सूची में अन्य भारतीयों की बात करें तो देश के दिग्गज उद्योगपति तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी 91.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल संपत्ति के साथ आठवें नंबर पर मौजूद हैं।
कितना बड़ा है अडानी समूह?
अडानी समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा समूह के बाद भारत में तीसरा सबसे बड़ा व्यवसायिक समूह है। अडानी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों में अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन शामिल हैं। इन सभी कंपनियों में समूह की चार कंपनियाँ 4 लाख करोड़ के मार्केट कैप को पार कर चुकी है।
समूह की सभी कंपनियों के शेयरों में पिछले 2 से 3 सालों में असाधारण रूप से उछाल देखने को मिला है, उदाहरण के तौर पर अडानी ग्रीन एनर्जी पिछले 3 सालों में 7,700%, अडानी इंटरप्राइजेज 2,481%, अडानी पोर्ट्स 300% तथा अडानी पावर ने 3 सालों में 1000% का रिटर्न निवेशकों को दिया है। यही कारण है कि, समूह के चेयरमैन गौतम अडानी लगातार विश्व के अमीरों की सूची में ऊपर बढ़ते जा रहे हैं।
किन क्षेत्रों में है बिजनेस?
गौरतलब है कि, गौतम अडानी पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं, अदानी समूह में 7 सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध संस्थाएं शामिल हैं, जिनमें ऊर्जा, बंदरगाह एवं रसद, खनन और संसाधन, गैस, रक्षा और एयरोस्पेस तथा हवाईअड्डे शामिल हैं। समूह ने अपने प्रत्येक व्यावसायिक क्षेत्र में भारत में नेतृत्व की स्थिति स्थापित की है।
पिछले 5 वर्षों में, अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने नए विकास क्षेत्रों में भारी निवेश किया है, जिसमें हवाई अड्डे, सीमेंट, कॉपर रिफाइनिंग, डेटा सेंटर, ग्रीन हाइड्रोजन, पेट्रोकेमिकल रिफाइनिंग, सड़क और सौर सेल निर्माण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त हाल ही में हुए 5G स्पेक्ट्रम में हुई नीलामी को देखते हुए इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि, समूह दूरसंचार क्षेत्र में प्रवेश करने की योजना बना रहा है।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार अडानी समूह हरित हाइड्रोजन और हवाई अड्डों के कारोबार को विकसित करने की भी योजना बना रहा है। हाल ही में, समूह ने ओडिशा में एक 4.1 एमटीपीए एकीकृत एल्यूमिना रिफाइनरी और 30 एमटीपीए लौह अयस्क बेनीफिकेशन संयंत्र स्थापित करने की योजना की भी घोषणा करी है, जिसकी लागत 580 अरब रुपये से अधिक हो सकती है।