Unraveling the Journey of Virat Kohli: विराट कोहली का जीवन परिचय

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क्रिकेट से हम सभी अच्छे से वाकिफ हैं। गली-गली में खेले जाने वाले इस खेल से भारत में इसकी लोकप्रियता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। क्रिकेट के इतना लोकप्रिय होने के कारण दुनियाँ में भारतीय क्रिकेट टीम का एक विशेष स्थान है। देश की लिए खेलने वाले ये खिलाड़ी (Biography of Virat Kohli in Hindi) इस खेल में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं।

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम अनेक विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। आज इस लेख में हम चर्चा करेंगे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान तथा वर्तमान दौर में क्रिकेट जगत के चमकते सितारे विराट कोहली की, जानेंगे उनके शुरुआती जीवन तथा क्रिकेट के सफर को।

प्रारंभिक जीवन

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ। उनके पिता प्रेम जी पेशे से वकील थे जिनका साल 2006 में देहांत हो गया। उनकी माता सरोज कोहली एक ग्रहिणी हैं। विराट अपने परिवार में सबसे छोटे हैं, उनके अलावा परिवार में उनके बड़े भाई विकास और एक बड़ी बहन भावना कोहली शामिल हैं। विराट की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के उत्तमनगर स्थित विशाल भारती विद्यालय से हुई है।

हिन्दी की एक प्रसिद्ध कहावत है “होनहार बिरवान के होत चीकने पात” अर्थात होनहार बालक का अंदाजा उसके बाल्यकाल से ही लगाया जा सकता है। विराट (Biography of Virat Kohli in Hindi) की भी क्रिकेट में बचपन से ही दिलचस्पी बढ़ने लगी थी। साल 2017 में वे 29 वर्ष की आयु में जानी-मानी बॉलीवुड अदाकारा अनुष्का शर्मा के साथ वैवाहिक बंधन में बंध गए तथा 11 जनवरी 2021 को दोनों एक बच्ची वामिका के माता-पिता बने।

विराट कोहली दाहिने हाथ के बल्लेबाज़ हैं। उन्हें 2012 में एक दिवसीय टीम का उप-कप्तान नियुक्त किया गया तथा 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट प्रारूप से संन्यास के बाद उन्हें टेस्ट कप्तानी भी सौंपी गई। 2017 की शुरुआत में, धोनी के पद से हटने के बाद विराट क्रिकेट के सभी प्रारूपों में भारतीय टीम के कप्तान बने।

क्रिकेट की यात्रा

क्रिकेट में उनकी बढ़ती रुचि को देखते हुए उनके पिता प्रेम जी उन्हें तथा बड़े भाई विकास को पश्चिमी दिल्ली क्रिकेट अकेडमी में दाखिला दिलवाया। अकेडमी में पहुँचे सभी बच्चों में विराट, कोच राजकुमार शर्मा का ध्यान आकर्षिक करने में सफल रहे। विराट ने राजकुमार शर्मा के नेतृत्व में अकेडमी में प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा उसी दौरान सुमित डोगरा अकेडमी वसुंधरा एन्क्लेव में भी मैच खेले।

कोच राजकुमार शर्मा बताते हैं की विराट किसी भी परिस्थिति में अपने अभ्यास को छोड़ते नहीं थे, खराब मौसम के दौरान भी जब अधिकांश बच्चे अभ्यास नहीं कर रहे होते, विराट उस दौरान भी मैदान में मौजूद रहते थे। विराट की प्रतिभा को देखते हुए उन्हें 2002 में दिल्ली क्रिकेट की U-15 टीम में शामिल कर लिया गया। 2002-03 में विराट पॉली उमरीगर ट्रॉफी टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने।

2003-04 में उन्हें इस टूर्नामेंट के लिए टीम का कप्तान भी बनाया गया। विराट को 2003-04 की विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए दिल्ली U-17 टीम में चुना गया। उन्होंने चार मैचों में दो शतकों समेत 117.50 के औसत से कुल 470 रन बनाए। टूर्नामेंट के अगले सीज़न में भी उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के चलते दिल्ली को विजय मर्चेंट ट्रॉफी जीतने में मदद की।

प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत

लगातार अपने बेहतर प्रदर्शन की बदौलत विराट कोहली ने 18 साल की उम्र में नवंबर 2006 में तमिलनाडु के खिलाफ दिल्ली के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण (Debut) किया और अपनी पहली पारी में 10 रन बनाए। वह दिसंबर में सुर्खियों में आए जब उन्होंने अपने पिता की मृत्यु के अगले दिन कर्नाटक के खिलाफ अपनी टीम के लिए खेलने का फैसला किया और 90 रन बनाए।

2006 में ही विराट को देश की U-19 क्रिकेट टीम में शामिल किया गया। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला मैच खेला तथा इंग्लैंड U-19 के खिलाफ तीन मैचों की एक दिवसीय श्रृंखला में 105 रन के औसत स्कोर के साथ भारतीय टीम को जीत दिलाई। इसके अतिरिक्त विराट ने उस वर्ष के अंत में पाकिस्तान की U-19 क्रिकेट टीम के खिलाफ भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया।

एकदिवसीय करियर की शुरुआत

U-19 विश्व कप की इस शानदार जीत के बाद उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग में भी खेलने का मौका मिला। विराट ने इसी साल अपने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की भी शुरुआत की। श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले इस मैच में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग दोनों खिलाड़ी चोटिल हो गए थे जिसके चलते विराट कोहली (Biography of Virat Kohli in Hindi) को भारतीय टीम में स्थान दिया गया। अपने पहले मैच में उन्होंने केवल 12 रन बनाए, जबकि चौथे मैच में 54 रनों के स्कोर के साथ अपने अंतर्राष्ट्रीय एक दिवसीय करियर का पहला अर्धशतक जड़ा और भारत को श्रंखला जीतने में मदद की।

विराट को पुनः 2009 में युवराज सिंह के चोटिल होने पर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम से खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। 2009 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान एक ग्रुप मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 79 रन बनाने के बाद उन्हें अपना पहला मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। बाद में उसी वर्ष उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ घरेलू एक दिवसीय श्रृंखला में खेला, श्रृंखला के चौथे मैच में 107 रनों के साथ अपना पहला एक दिवसीय शतक बनाया।

2010 में उन्होंने एशिया कप के सभी मैच खेले। इस दौरान कोहली अपने बिगड़ते प्रदर्शन से जूझते भी रहे। अपने खराब प्रदर्शन के बावजूद, कोहली को उनकी बल्लेबाजी कौशल के कारण टीम में बरकरार रखा गया। कोहली के प्रदर्शन में अक्टूबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई श्रृंखला से सुधार देखने को मिला। इसके पश्चात न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला में कोहली ने पहले मैच में 104 गेंदों में 105 रन की मैच जिताऊ पारी के साथ अपने एकदिवसीय करियर का चौथा शतक पूर्ण किया। भारत ने इस श्रंखला में न्यूजीलैंड को 5-0 से बुरी तरह मात दी।

ICC विश्वकप 2011

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ उनके अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें एकदिवसीय टीम में बने रहने में मदद की तथा 2011 विश्व कप टीम के लिए एक मजबूत दावेदार भी बनाया। जनवरी 2011 में कोहली दक्षिण अफ्रीकी दौरे की पाँच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 48.25 के औसत से 193 रन बनाकर, जिसमें दो अर्द्धशतक शामिल थे, भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। श्रृंखला के दौरान वह ICC एकदिवसीय बल्लेबाजों की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुँच गए। इसी श्रंखला के बीच कोहली को 2011 विश्व कप के लिए टीम में नामित किया गया।

कोहली ने 2011 विश्व कप में भारत की ओर से सभी मैच खेले। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में नाबाद 100 रनों के साथ अपना पाँचवा एकदिवसीय शतक बनाया और विश्व कप की शुरुआत में शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने। इसके बाद अगले चार ग्रुप मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। वेस्टइंडीज के खिलाफ 59 रनों के साथ पुनः फॉर्म में लौटने के बाद, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में और पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में क्रमशः केवल 24 और 9 रन बनाए। मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में, उन्होंने गंभीर के साथ 83 रन की साझेदारी करते हुए 35 रन बनाए। इस साझेदारी का भारत की जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा तथा भारत 1983 के बाद पहली बार विश्व कप जीता।

टेस्ट करियर की शुरुआत

कप्तान विराट कोहली ने 20 जून, 2011 को लगभग 10 वर्ष पूर्व वेस्टइंडीज के खिलाफ खेल के सबसे लंबे प्रारूप टेस्ट क्रिकेट में अपना पदार्पण किया। हालाँकि भारत टेस्ट श्रंखला जीतने में सफल रहा किन्तु विराट कोहली उस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे, वह पाँच पारियों में केवल 76 रन बना पाए। कोहली को दिसंबर 2011 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया गया यहाँ उन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट के प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया वे भारत की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, उन्होंने श्रृंखला के अंतिम मैच में 116 रनों के साथ अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। इसके बावजूद मैच का नतीजा भारत के पक्ष में नहीं रहा।

2014 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के पहले मैच में कोहली ने शतक बनाया। कोहली ने 2015 के श्रीलंका दौरे में भी शतक जड़ा। 2016 के वेस्टइंडीज दौरे में कोहली ने श्रंखला के पहले टेस्ट में 200 रन बनाए और भारत को एक पारी और 92 रन से मैच जीतने में मदद की। उन्होंने उस वर्ष के अंत में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक और दोहरा शतक बनाया। बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ अगली दो श्रृंखलाओं में, कोहली दोहरे शतक बनाने में सफल रहे और लगातार चार श्रृंखलाओं में दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने।

T-20 करियर

विराट कोहली ने 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ T-20 में अपना पदार्पण किया जिसमें उन्होंने 21 गैंदों में 26 रन बनाए। उन्होंने 2012 में श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला T-20 अर्धशतक बनाया। 2014 के T-20 विश्व कप में, कोहली शीर्ष रूप में बने रहे और उन्होंने टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी सर्वश्रेष्ठ T-20 पारी खेली। कोहली (Biography of Virat Kohli in Hindi) ने 44 गेंदों में नाबाद 72 रन बनाए और 173 रनों के लक्ष्य तक पहुँचकर भारत को फाइनल में पहुंचने में मदद की।

6 दिसंबर 2019 को, कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चेज़ गेम में नाबाद 94 रन बनाकर T-20I में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया और भारत को 207 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने में मदद करके फिर से अपने वर्चस्व का सबूत दिया। हाल में विराट कोहली अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की श्रृंखला के दूसरे मैच के दौरान T-20 अंतर्राष्ट्रीय में 3,000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं।

IPL करियर

विराट कोहली ने 2008 से अपने आईपीएल करियर की शुरुआत की। उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से खेलने का मौका मिला। आईपीएल में विराट का शुरुआती प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, उन्होंने 12 पारियाँ खेली जिनमें उनका औसत स्कोर 15 रन था। इसके पश्चात अगले सीजन में उनके प्रदर्शन में सुधार देखने को मिला तथा उनकी टीम फाइनल तक पहुँची। साल 2016 में अपने नौवें सीजन में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 16 पारियों में 81.08 रनों के औसत से बल्लेबाजी की।

2011 में उन्हें टीम का उप-कप्तान बनाया गया तथा कप्तान डेनियल विटोरी के चोटिल होने के दौरान वे टीम के कप्तान भी रहे। विटोरी की सेवानिवृत्ति के बाद, 2013 के सत्र के लिए कोहली को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया जिसके बाद से वे लगातार टीम के कप्तान के रूप में खेल रहे हैं। हालाँकि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का आईपीएल में अभी तक का सफर शानदार नहीं रहा है, लेकिन कोहली ने खेल के सभी संस्करणों में अपना अच्छा प्रदर्शन दिखाया है।

आँकड़े

Batting Career Summary

FormatMInnNORunsHSAvgBFSR100200504s6s
Test9215510754725452.051327356.862772584022
ODI254245391216918359.071306193.17430621140126
T20I89842431599452.652272139.04002828590
IPL19919131607611337.984659130.415040524205
Credit: espncricinfo

Bowling Career Summary

FormatMInnBRunsWktsBBIBBMEconAvgSR5W10W
Test92111758400/00/02.880.00.000
ODI2544864166541/151/156.22166.25160.2500
T20I891214619841/131/138.1449.536.500
IPL1992625136842/252/258.892.062.7500
Credit: espncricinfo

पुरस्कार एवं सम्मान

Biography of Virat Kohli in Hindi
राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी 30 मार्च, 2017 को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में विराट कोहली को पद्म श्री पुरस्कार प्रदान करते हुए।

अभी तक के अपने करियर में विराट कोहली राष्ट्रीय पुरस्कारों समेत कई अन्य पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। राष्ट्रीय पुरस्कारों की बात करें तो उन्हें 2013 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अर्जुन पुरस्कार खिलाड़ियों को दिये जाने वाला एक पुरस्कार है जो भारत सरकार द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये दिया जाता है। 2017 में उन्हें पद्मश्री से नवाज़ा गया यह भारत के नागरिक पुरस्कारों के पदानुक्रम में चौथा बड़ा पुरस्कार है। साल 2018 में उन्हें राजीव गाँधी खेल रत्न से भी सम्मानित किया गया राजीव गाँधी खेल रत्न भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है।

इसके अतिरिक्त उन्हें प्राप्त अन्य सम्मान निम्नलिखित हैं।

  • Sir Garfield Sobers Trophy (ICC Men’s Cricketer of the Decade): 2011–2020
  • Sir Garfield Sobers Trophy (ICC Cricketer of the Year): 2017, 2018
  • ICC ODI Player of the Year: 2012, 2017, 2018
  • ICC Test Player of the Year: 2018
  • ICC Spirit of Cricket: 2019
  • ICC Men’s ODI Cricketer of the Decade: 2011–2020
  • Polly Umrigar Award for International Cricketer of the Year: 2014, 2015, 2016, 2017
  • Wisden Leading Cricketer in the World: 2016, 2017, 2018
  • CEAT International Cricketer of the Year: 2011–12, 2013–14, 2018–19
  • People’s Choice Awards India For Favorite Sportsperson: 2012
  • CNN-News18 Indian of the Year: 2017

विराट कोहली की कुल संपत्ति एवं चैरिटी

फोर्ब्स द्वारा पिछले साल जारी रिपोर्ट के अनुसार विराट कोहली की कुल संपत्ति 26 मिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब है। उनके वार्षिक वेतन की बात करें तो यह लगभग 24 करोड़ रुपये है, जिसमें 7 करोड़ BCCI तथा 17 करोड़ RCB से मिलने वाला वेतन है। सोशियल मीडिया की बात करें तो कोहली (Biography of Virat Kohli in Hindi) के ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर 218 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं।

उनकी वैश्विक लोकप्रियता के चलते वे कई देशी एवं विदेशी कंपनियों के ब्रांड एम्बेसडर भी हैं। इनमें शामिल प्रमुख कंपनियों में Vivo, iQOO, Blue Star, Himalaya, Myntra, Google Duo, Mobile Premier League, Puma, Volini, Audi India, Manyavar, MRF Tyres, Philips India, Valvoline आदि हैं।

अत्यधिक संपत्ति के मालिक होने के साथ साथ कोहली दान-पुण्य के कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं। मार्च 2013 में, कोहली ने विराट कोहली फाउंडेशन (VKF) नामक एक चैरिटी फाउंडेशन की शुरुआत की। इस संगठन का उद्देश्य वंचित बच्चों की मदद करना एवं दान हेतु धन जुटाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना है। कोहली के अनुसार, फाउंडेशन चुनिंदा गैर सरकारी संगठनों के साथ “जागरूकता पैदा करने, समर्थन लेने और उनके द्वारा किए जाने वाले परोपकारी कार्यों के लिए धन जुटाने का काम करता है।”

Biography of Virat Kohli in Hindi
Virat Kohli Foundation / Biography of Virat Kohli in Hindi

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