शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती है और क्या वाकई ट्रेडिंग से पैसे कमाना आसान है?

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ट्रेडिंग शेयर मार्केट से शॉर्ट-टर्म में पैसे कमाने के एक आकर्षक तरीका बनता जा रहा है, हर कोई ट्रेडिंग के जरिए कम समय में पैसे कमाने की चाह रखता है, लेकिन आंकड़ों को देखें तो करीब 90% लोग इसमें नुकसान उठाते हैं।

ट्रेडिंग की तरफ निवेशकों, खासकर युवा निवेशकों की लगातार बढ़ती दिलचस्पी आरबीआई एवं सेबी समेत सरकार के लिए भी चिंता का विषय बनता जा रहा है। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि, ट्रेडिंग के जरिए शेयर बाजार से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है, किन्तु इसके लिए बाजार एवं ट्रेडिंग की अच्छी समझ होना बेहद जरूरी है।

ट्रेडिंग में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार में अपनी जमा पूंजी न गंवा बैठे, इसको ध्यान में रखते हुए आज हम ट्रेडिंग पर विस्तार से चर्चा करने जा रहे हैं। इस लेख में जानेंगे ट्रेडिंग क्या होती है, कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग कैसे सीख सकते हैं तथा ट्रेडिंग करने से पहले और इसके दौरान किन नियमों का पालन किया जाना चाहिए।

ट्रेडिंग क्या होती है?

किसी उत्पाद को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया ट्रेडिंग (Trading) कहलाती है। ये उत्पाद कोई वस्तु, संपत्ति या फाइनेंशियल इन्स्ट्रूमेंट हो सकते हैं। ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य कम कीमत पर खरीदना और अधिक कीमत पर बेचना होता है ताकि बीच के अंतर के रूप में मुनाफा कमाया जा सके।

शेयर मार्केट की स्थिति में यह खरीद-फरोख्त विभिन्न प्रकार के फाइनेंशियल इन्स्ट्रूमेंट्स के साथ करी जाती है, जैसे स्टॉक्स, बॉन्ड, कमोडिटी, करेंसी, डेरिवेटिव प्रोडक्ट इत्यादि।

गौरतलब है कि, डेरिवेटिव (Derivatives) ऐसे वित्तीय उत्पाद होते हैं, जिनकी अपनी कोई वैल्यू नहीं होती बल्कि ये अपनी कीमत किसी अंतर्निहित (Underlying) एसेट से प्राप्त करते हैं। शेयर बाजार में होने वाली फ्यूचर्स एंड ऑप्शन ट्रेडिंग इसी डेरिवेटिव ट्रेडिंग के उदाहरण हैं।

ट्रेडिंग कैसे सीखें

आइए अब समझते हैं कि, आप ट्रेडिंग कैसे सीख सकते हैं। जहाँ लंबी अवधि के निवेश में निवेशकों को कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस यानी कंपनी का बिजनेस मॉडल, उसके फाइनेंशियल आँकड़े, कंपनी का मैनेजमेंट एवं कंपनी के उत्पादों की गुणवत्ता जैसे पहलुओं पर फोकस करना होता है वहीं ट्रेडिंग की स्थिति में कंपनी के टेक्निकल एनलिसिस पर अधिक जोर दिया जाता है।

टेक्निकल एनालिसिस विश्लेषण का एक ऐसा तरीका है, जहाँ किसी स्टॉक के पास्ट परफॉर्मेंस और वॉल्यूम डेटा का अध्ययन करते हुए उसकी कीमतों के संबंध में भविष्यवाणी करी जाती है। टेक्निकल एनालिसिस में मुख्यतः चार्ट्स पैटर्न और तकनीकी संकेतकों (Technical Indicators) का उपयोग किया जाता है।

दरअसल बाजार में निवेशकों की मनोदशा एक अहम भूमिका निभाती है और ट्रेडिंग चार्ट में इसे अलग-अलग पैटर्न के रूप में देखा जा सकता है। इन्हीं पैटर्न का इस्तेमाल ट्रेडिंग में किया जाता है। निवेशकों को लगता है कि किसी विशेष पैटर्न के रिपीट होने पर बाजार की दिशा वही रहेगी जैसा भूतकाल में हुआ था।

हालांकि यह एनालिसिस 100 फीसदी सही नहीं होता किन्तु अधिकांश स्थिति में सही साबित होता है। चार्ट पैटर्न के अलावा ट्रेडिंग में कुछ इंडिकेटर का इस्तेमाल भी किया जाता है जैसे ट्रेंड इंडिकेटर, मूमेंटम इंडिकेटर, वॉल्यूम इंडिकेटर आदि।

इंडिकेटर गणितीय टूल्स होते हैं जो वित्तीय डेटा का विश्लेषण करते हैं और किसी स्टॉक, डेरिवेटिव आदि के भविष्य की कीमतों के बारे में संकेत देते हैं। टेक्निकल एनालिसिस के अलावा नीचे बताई गई कुछ महत्वपूर्ण बातें भी ट्रेडिंग सीखने में आपकी निश्चित तौर पर मदद करेंगी

#1 प्रेक्टिस के लिए पेपर ट्रेडिंग का इस्तेमाल करें

ट्रेडिंग में अनुभव और पूर्ण आत्मविश्वास प्राप्त करने के लिए पेपर ट्रेडिंग एक बेहतरीन विकल्प है, आपको बता दें कि पेपर ट्रेडिंग का मतलब लाइव शेयर मार्केट में ट्रेड किये बिना ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करना होता है।

पेपर ट्रेडिंग में आप केवल काल्पनिक पैसों का उपयोग करके ट्रेडिंग की प्रक्रिया को फॉलो करते हैं इस प्रकार आप ट्रेडिंग के लिए नई रणनीतियाँ बना सकते हैं, ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते हैं, ट्रेडिंग की अलग-अलग तकनीकें सीख सकते हैं और इसमें आपको किसी प्रकार का कोई नुकसान भी नहीं होता है।

पेपर ट्रेडिंग करने का तरीका बेहद आसान है। इसके लिए सबसे पहले किसी पेपर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का चयन करें और अपना एकाउंट सेटअप करें। Thinkorswim तथा TradingView ऐसे ही प्लेटफ़ॉर्म हैं जो आपको पेपर ट्रेडिंग की सुविधा मुहैया करवाते हैं। अकाउंट सेटअप हो जाने के बाद आप यहाँ अपने मनचाहे ट्रेड ले सकते हैं और अभ्यास कर सकते हैं। दिन भर में 8 से 10 ट्रेड पेपर ट्रेडिंग के माध्यम से लें और दिन के अंत में अपने समस्त ट्रेडों का आँकलन करें।

#2 ट्रेडिंग से जुड़ी किताबें पढ़ें

ट्रेडिंग सीखने का एक बेहतरीन तरीका किताबें भी हो सकती हैं। आप दुनियाँ भर के सफल निवेशकों द्वारा लिखी गई किताबें पढ़ सकते हैं और ट्रेडिंग के संबंध में नई रणनीतियाँ एवं ट्रेडिंग की नई तकनीकों को सीख सकते हैं। ऐसी ही कुछ प्रमुख किताबों में निम्नलिखित किताबें शामिल हैं जिन्हें आप ट्रेडिंग सीखने के लिए पढ़ सकते हैं

  • “A Random Walk Down Wall Street” by Burton G. Malkiel
  • “Technical Analysis of the Financial Markets” by John J. Murphy
  • “Market Wizards” by Jack D. Schwager
  • “How to Make Money in Stocks” by William J. O’Neil
  • “The Intelligent Investor” by Benjamin Graham

#3 ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स

ट्रेडिंग सीखने के लिए आप किसी ऑनलाइन कोर्स का सहारा भी ले सकते हैं। Youtube, Udemy जैसे अनेकों ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म हैं जहाँ कई सफल ट्रेडर फ्री में अथवा कुछ शुल्क के साथ अपने कोर्स लॉन्च करते हैं एवं ट्रेडिंग की अपनी यात्रा को सांझा करते हुए ट्रेडिंग सीखने में लोगों की मदद करते हैं।

ट्रेडिंग करने से पहले ध्यान रखें ये बातें

आइए अब जानते हैं कुछ ऐसी बातों को या ऐसे कुछ नियमों को जिनका पालन ट्रेडिंग के दौरान करना शेयर मार्केट में एक कामयाब ट्रेडर बनने हेतु प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद जरूरी है।

#1 ट्रेड लेने के दौरान स्टॉप लॉस सेट करें

चाहे आप पेपर ट्रेडिंग कर रहे हों अथवा लाइव मार्केट में असली पैसे के साथ ट्रेडिंग कर रहे हों ट्रेड लेने के दौरान स्टॉप लॉस सेट करना आपकी आदत में होना बहुत जरूरी है। स्टॉप लॉस किसी ट्रेड की वह निचली कीमत होती है, जिस कीमत पर स्टॉक के पहुंचते ही आपका ट्रेड खुद स्क्वायर ऑफ हो जाता है दूसरे शब्दों में आपका स्टॉक बिक जाता है।

स्टॉप लॉस का इस्तेमाल असीमित लॉस को कम करने के लिए किया जाता है। ज्यादातर नए ट्रेडर स्टॉप लॉस को न लगाकर ट्रेड ले लेते है तथा अपनी सारी पूंजी गवां देते है, ध्यान रहे कि स्टॉप लॉस को उस स्तर पर सेट करें जितना नुकसान आप आसानी से वहन कर सकते हैं।

#2 लेवरेज का इस्तेमाल ना करें

तकरीबन सभी ब्रोकरेज हाउस अपने ग्राहकों को ट्रेडिंग करने के लिए लेवरेज की सुविधा देते हैं यह एक प्रकार का उधार होता है इसका इस्तेमाल कर आप अपने खाते में मौजूद पैसे से 20 गुना तक बड़ा ट्रेड ले सकते हैं उदाहरण के लिए यदि आपके खाते में 10,000 रुपये ही हैं तो भी आप 2 लाख तक का ट्रेड ले सकते हैं।

नए निवेशक बड़ा मुनाफा कमाने के चलते लेवरेज का इस्तेमाल करते हैं और नुकसान होने की स्थिति में उनकी जमापूँजी तो डूबती ही है साथ ही उन पर कर्ज भी चड़ता है। इसलिए हमेशा अपने पैसे से ही ट्रेडिंग करें इसके लिए उधार, लोन या लेवरेज का इस्तेमाल कदापि ना करें।

#3 क्षमता के अनुसार लें ट्रेड

जैसा कि हमनें ऊपर बताया नए निवेशक बड़ा ट्रेड लेकर अधिक मुनाफा कमाने की सोचते हैं और सारा पैसा केवल एक ट्रेड में लगा देते हैं, आपको इससे बचना चाहिए। ट्रेडिंग के लिए आपके पास जितनी भी पूंजी है उसका कम से कम 10 फीसदी ही एक सिंगल ट्रेड में इन्वेस्ट करना चाहिए।

#4 समझदारी से करें ट्रेड

ट्रेडिंग के दौरान आपको भावुक होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, ट्रेड तभी लें जब आप अपनी आजमाई तकनीकों एवं रणनीतियों के अनुसार उस ट्रेड को लेने की स्थिति में हों। कई निवेशक दिन भर कोई अच्छा ट्रेड ना मिलने के चलते बाजार बंद होने के दौरान खराब ट्रेड ले लेते हैं और नुकसान उठाते हैं।

यहाँ आपको ध्यान देना चाहिए कि प्रत्येक दिन जबकि आप बाजार का विश्लेषण कर रहे हैं आपको ट्रेड लेने की आवश्यकता नहीं हैं केवल तभी ट्रेड लें जब आप पूरी तरह उसके प्रति आश्वस्त हों।

सार-संक्षेप

इस लेख में हमनें ट्रेडिंग के संबंध में एक विस्तृत जानकारी प्रदान करने की कोशिश करी है, ऐसे सभी निवेशक जो ट्रेडिंग के विषय में एक शुरुआती ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें इस लेख से निश्चित तौर पर मदद मिलेगी। आप इस लेख से जुड़े अपने सुझाव नीचे बने कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से दे सकते हैं।

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