Kalyan Jewellers Share: सफाई के बावजूद निवेशकों में बेचैनी, स्टॉक आज फिर 8% गिरा

Kalyan Jewellers ने 14 जनवरी को अपनी अर्निंग्स कॉन्फ्रेंस कॉल में आरोपों पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी। कंपनी ने स्पष्ट किया कि वायरल मीडिया पोस्ट में किए गए दावों के विपरीत, उसके ऑफिस पर इनकम टैक्स के कोई छापे नहीं पड़े। साथ ही, रिश्वतखोरी के आरोपों को कंपनी ने “बेतुका” बताया।

Kalyan Jewellers Share: 21 जनवरी को कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में 8% तक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इस समय यह स्टॉक BSE पर 7.30% की गिरावट के साथ 492.40 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। दरअसल, सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के कारण पिछले कुछ दिनों से यह शेयर चर्चा में है। अफवाह थी कि मोतीलाल ओसवाल एएमसी के फंड मैनेजर्स ने कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में गड़बड़ी की है और निवेश के लिए रिश्वत ली थी। हालांकि, मोतीलाल ओसवाल एएमसी और कल्याण ज्वैलर्स दोनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है

दोनों कंपनियों ने दी सफाई, फिर भी टूटे शेयर

मोतीलाल ओसवाल AMC की सफाई के बाद 20 जनवरी को कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में कुछ सुधार देखा गया था। हालांकि, आज फिर से इसके शेयरों में भारी बिकवाली शुरू हो गई। कल्याण ज्वैलर्स ने 14 जनवरी को अपनी अर्निंग्स कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान इन आरोपों पर आधिकारिक बयान दिया। कंपनी ने स्पष्ट किया कि वायरल मीडिया पोस्ट में किए गए दावों के विपरीत, उसके ऑफिस पर इनकम टैक्स के कोई छापे नहीं पड़े। साथ ही, कंपनी ने रिश्वतखोरी के आरोपों को “निराधार” बताया।

इसके अलावा, अफवाहें थीं कि मोतीलाल ओसवाल एएमसी ने इस कथित मामले को लेकर कुछ फंड मैनेजर्स को नौकरी से निकाल दिया है। हालांकि, एएमसी ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया और इन्हें “निराधार, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिपूर्ण” बताया।

दोनों कंपनियों की स्पष्ट प्रतिक्रिया के बावजूद, सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों ने बाजार में हलचल मचा दी। बता दें कि इन अफवाहों के चलते कंपनी के शेयरों में पिछले कुछ दिनों में करीब 38% की बड़ी गिरावट आई है।



2025 के बजट सत्र से पहले कल्याण ज्वैलर्स के शेयर फोकस में

2025 के बजट सत्र से पहले कल्याण ज्वैलर्स के शेयर चर्चा में हैं, क्योंकि सोने पर कस्टम ड्यूटी में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। कस्टम ड्यूटी बढ़ने से सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिसका सीधा असर ज्वेलरी इंडस्ट्री, खासकर कल्याण ज्वैलर्स जैसे प्रमुख ब्रांडों पर पड़ेगा। निवेशक इस पर नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि यह निर्णय सोने की मांग के साथ-साथ ज्वेलरी कंपनियों की लागत और मुनाफे को भी प्रभावित कर सकता है।

डिस्क्लेमर: jankarizone.com के यूजर्स को सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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