आर्थिक एवं सामाजिक तौर पर दुनियाँ के सभी देश तीन प्रमुख श्रेणियों विकसित, विकासशील तथा अविकसित देशों में बंटे हुए हैं। इन तीनों श्रेणियों को मिलाकर दुनियाँ की कुल आबादी देखें तो यह तकरीबन 7.8 अरब के आसपास है। विभिन्न देशों की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा भौगोलिक स्थिति भी भिन्न है। अतः किसी व्यक्ति के मन में उसके जीवन के अनुकूल किसी अन्य देश में निवास करने की इच्छा (Golden Visa in Hindi) उत्पन्न होना स्वाभाविक है। अधिकांश परिस्थितियों में यह विस्थापन विकासशील या अविकसित देशों से विकसित देशों की तरफ ही होता है।
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका जानकारी जोन में, आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे किसी अन्य देश की नागरिकता प्राप्त करने के एक महत्वपूर्ण तरीके निवेश द्वारा नागरिकता अथवा गोल्डन वीजा प्रोग्राम (Golden Visa in Hindi) के बारे में और देखेंगे कुछ ऐसे देशों को, जो निवेश के माध्यम से नागरिकता उपलब्ध करवाते हैं।
नागरिकता (Citizenship)
नागरिकता या Citizenship किसी व्यक्ति विशेष के किसी देश का नागरिक होने का प्रमाण होता है। प्रत्येक देश अपने नागरिकों को कई विशेषाधिकार प्रदान करता है तथा कोई भी गैर-नागरिक इन सुविधाओं का लाभ नहीं ले सकता। इन अधिकारों में नागरिकों को दिए जाने वाले मूल अधिकार, मतदान का अधिकार आदि शामिल होते हैं।
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नागरिकता प्राप्त करने के तरीके
कोई व्यक्ति कई तरीकों से किसी अन्य देश, जहाँ का वह नागरिक नहीं है, की नागरिकता प्राप्त कर सकता हालाँकि ये नियम प्रत्येक देश के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। किसी देश की नागरिकता प्राप्त करने का सबसे आसान तरीका ऐसे देश के नागरिक (पुरुष /महिला) से विवाह करना है। ऐसे व्यक्ति विवाह के बाद उस देश के स्थाई निवासी बन सकते हैं तथा एक निश्चित समय के पश्चात प्राकृतिक रूप से नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यदि कोई व्यक्ति विवाह के अतिरक्त किसी अन्य प्रकार से भी किसी देश में स्थाई रूप से एक निश्चित समयावधि से निवास कर रहा हो, तो ऐसा व्यक्ति उस देश की नागरिकता के लिए योग्य होता है। निवास की समयावधि देशों के अनुसार भिन्न हो सकती है, उदाहरण के तौर पर अमेरिका में 5 साल (विवाह की स्थिति में 3 साल), जर्मनी में 8 साल आदि।
इसके अतिरिक्त यदि किसी व्यक्ति के माता-पिता में से कोई एक अथवा दोनों उस व्यक्ति के जन्म के दौरान किसी ऐसे देश के नागरिक थे, जहाँ की नागरिकता वह व्यक्ति लेना चाहता है तब ऐसे में वह व्यक्ति वंश के आधार पर उस देश की नागरिकता के लिए सीधे आवेदन कर सकता है।
निवेश : नागरिकता प्राप्त करने का एक अन्य तरीका
किसी देश की नागरिकता प्राप्त करने के कुछ सामान्य तरीकों को हमने ऊपर देखा। आइए अब जानते हैं नागरिकता प्राप्त करने के अन्य तरीके को, जो निवेश के माध्यम से नागरिकता प्राप्त करना है। हालाँकि इस प्रकार किसी देश की नागरिकता प्राप्त कर पाना केवल पूँजीपतियों के लिए ही संभव है, किन्तु जानकारी के दृष्टिकोण से हम इस लेख में इस तरीके की चर्चा कर रहे हैं।
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में निवेश (Investment) एक बेहद महत्वपूर्ण कारक है, यह अर्थव्यवस्था के लिए ईंधन का कार्य करता है। किसी देश में अधिक निवेश उस देश के उद्योगों को फलने-फूलने में मदद करता है, जिससे रोजगार पैदा होते हैं और अंततः उस देश के निवासियों की जीवनशैली तथा समूची अर्थव्यवस्था में सुधार होता है। चूँकि निवेश अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है अतः प्रत्येक देश अपने यहाँ बाहरी निवेश को आकर्षित करने की कोशिश करता है।
इसी के चलते कई देश निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से एक निश्चित राशि का निवेश करने पर निवेशक तथा उसके परिवार को स्थायी निवास की सुविधा मुहैया करवाते हैं तथा एक निश्चित समय के बाद निवेशक प्राकृतिक रूप से उस देश की नागरिकता प्राप्त करने के लिए भी योग्य हो जाता है। इस प्रकार दी गयी नागरिकता को ही निवेश द्वारा नागरिकता कहा जाता है।
निवेश करने के विकल्प विभिन्न देशों में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, जैसे कुछ देश निवेशक को शेयर, बांड्स आदि में निवेश करने का विकल्प देते हैं, कुछ देश रियल एस्टेट में भी निवेश करने की छूट देते हैं, जबकि कुछ देश किसी व्यवसाय में निवेश कर एक निश्चित संख्या में रोजगार उत्पादित करने की शर्त रखते हैं।
क्या है गोल्डन वीजा? (Golden Visa in Hindi)
वीजा से हम सभी वाकिफ़ हैं, विदेश यात्रा के संबंध में यह शब्द अक्सर सुनाई देता है। वीजा किसी देश द्वारा, विदेशी नागरिकों को उस देश में प्रवेश करने की मंजूरी के तौर पर प्रदान किया जाने वाला एक दस्तावेज है। किसी भी देश में यात्रा करने के लिए उस देश की सरकार से यह मंजूरी प्राप्त करना अनिवार्य होता है। सामान्यतः वीजा विभिन्न प्रकार के होते हैं, जो अलग अलग उद्देश्यों जैसे पर्यटन, शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय आदि के लिए प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक प्रकार के वीजा की एक निश्चित समयावधि होती है।
वीजा का एक अन्य प्रकार गोल्डन वीजा है, जो कई बार समाचारों आदि में सुनाई देता है। हाल ही में जाने-माने फिल्म अभिनेता संजय दत्त को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) द्वारा गोल्डन वीजा (Golden Visa in Hindi) प्रदान किया है। आइए जानते हैं गोल्डन वीजा सामान्य वीजा से जैसे भिन्न है? ऊपर हमनें निवेश द्वारा नागरिकता को समझा अतः ऐसे व्यक्ति जो किसी देश में निवेश द्वारा नागरिकता प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें उस देश की सरकार द्वारा गोल्डन वीजा जारी किया जाता है तथा एक निश्चित समयावधि के पश्चात गोल्डन वीजा धारक उस देश की नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
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निवेश द्वारा नागरिकता देने वाले कुछ प्रमुख देश
आइए ऐसे कुछ देशों को देखते हैं, जो निवेशकों को निवेश के माध्यम से नागरिकता की सुविधा मुहैया करवाते हैं साथ ही जानते हैं इन देशों में इसके लिए क्या-क्या शर्तें हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America)

विश्व के विकसित एवं शक्तिशाली देशों में शामिल अमेरिका दुनियाँ की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की जानी मानी कंपनियाँ गूगल, फ़ेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल आदि सब अमेरिका आधारित ही हैं, जिसके चलते यहाँ इस क्षेत्र में रोजगार के भी बहुतेरे अवसर हैं। इसके अतिरिक्त यह देश व्यवसाय, नवाचार आदि के दृष्टिकोण से भी अनेकों अवसर प्रदान करता है, इन कारणों के चलते इस देश का स्थाई निवास अथवा नागरिकता प्राप्त करना कई लोगों का सपना होता है।
अमेरिका निवेश के द्वारा यहाँ बसने वाले लोगों के लिए EB-5 वीजा प्रदान करता है, जिसके तहत अमेरिकी सरकार द्वारा एक निश्चित धनराशि का निवेश करने वाले व्यक्तियों को देश में स्थायी निवास अथवा अमेरिका का ग्रीन कार्ड प्रदान किया जाता है। EB-5 वीजा के अंतर्गत निवेशकों को दो भिन्न क्षेत्रों में निवेश करने का अवसर प्राप्त होता है, इनमें पहला है TEA अथवा Targeted Employment Areas ये इसे क्षेत्र हैं जहाँ सामान्यतः रोजगार कम हैं, सरकार द्वारा निर्धारित ऐसे क्षेत्र में न्यूनतम 5 लाख डॉलर के निवेश द्वारा EB-5 वीजा प्राप्त किया जा सकता है।
दूसरे क्षेत्र की बात करें तो इसमें निवेशक किसी व्यवसाय को शुरू करने अथवा किसी व्यवसाय को बढ़ाने आदि के उद्देश्य से निवेश कर सकता है। इस प्रकार के निवेश में किसी क्षेत्र विशेष में निवेश करने की बाध्यता नहीं होती। चूँकि यहाँ निवेशक अपनी इच्छा के क्षेत्र में निवेश कर सकता है अतः इस प्रकार के निवेश के लिए निवेशक को न्यूनतम 10 लाख डॉलर का निवेश करना अनिवार्य होता है, जो पिछले विकल्प का दो गुना है।
आयरलैंड (Ireland)

आयरलैंड पश्चिमी यूरोप का एक विकसित देश है, जो निवेश द्वारा एक निश्चित अवधि के लिए देश में स्थाई निवास प्रदान करता है। इसे समयावधि पूर्ण होने पर नवीनीकृत किया जा सकता है। आयरलैंड ने 2012 में अपना निवेशक वीज़ा कार्यक्रम शुरू किया था। आयरिश निवेश वीज़ा हेतु पात्र होने के लिए किसी व्यक्ति के पास कानूनी रूप से संचित न्यूनतम €2 मिलियन होना अनिवार्य है, जबकि निवेश की बात करें तो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी आयरिश उद्यम में कम से कम तीन वर्षों के लिए €1 मिलियन का निवेश आवश्यक है। इसके अलावा निवेश के कुछ अन्य विकल्पों में रियल एस्टेट (न्यूनतम €2 मिलियन), मान्यता प्राप्त निवेश फंड ( न्यूनतम €1 मिलियन) आदि शामिल हैं।
जर्मनी (Germany)

जर्मनी यूरोप की एक मजबूत अर्थव्यवस्था है, जो विनिर्माण, ऑटोमोबाइल तथा इंजीनियरिंग आदि के लिए जानी जाती है। यहाँ का स्थाई निवास प्राप्त करने के लिए मान्यता प्राप्त क्षेत्रों में न्यूनतम €360,000 का निवेश आवश्यक है। आवेदक को 3 साल अस्थायी निवास परमिट रखने के बाद (आश्रितों की स्थिति में 5 साल) स्थायी निवास जारी किया जाता है तथा जर्मनी में न्यूनतम 8 वर्ष तक निवास करने के बाद निवासी नागरिकता के लिए भी आवेदन कर सकता है।
यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom)

ब्रिटेन में निवास हेतु वीजा चाहने वाले निवेशक टियर 1 निवेश वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके तहत निवेशक को न्यूनतम £2 मिलियन का निवेश करने की आवश्यकता होती है और निवेशक एवं उसके परिवार को ब्रिटेन में अस्थायी निवास की अनुमति प्रदान की जाती है। इस अस्थाई निवास की अवधि साधारणतः 3 साल 4 महीने की होती है, जिसे निवेशक पुनः 2 वर्षों के लिए आगे बढ़ा सकता है और कम से कम 6 वर्ष बाद ब्रिटिश नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है।
स्पेन (Spain)

स्पेन ने 2013 में निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सर्वप्रथम गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम शुरू किया। इसके अनुसार निवेशक के पास अलग अलग क्षेत्रों में निवेश करने का विकल्प होता है। उदाहरण के तौर पर रियल एस्टेट में न्यूनतम €500,000 का निवेश, स्पेनिश ट्रेजरी बांड में न्यूनतम €1,000,000 का निवेश अथवा किसी व्यवसाय में कम से कम €1,000,000 का निवेश।
उक्त निवेशों के माध्यम से कोई निवेशक अपने परिवार समेत स्पेन में अस्थाई निवास प्राप्त कर सकता है। स्पेनिश निवेशक वीजा हर दो साल में नवीनीकृत किया जाता है। पाँच साल के बाद निवेशक स्थायी निवास तथा दस साल के बाद नागरिकता प्राप्त करने के लिए योग्य हो जाता है।
पुर्तगाल (Portugal)

पुर्तगाल पश्चिमी यूरोप का एक विकसित देश है। 2012 में शुरू किए गए निवेशक वीजा कार्यक्रम को पुर्तगाली सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया गया है। पुर्तगाली सरकार निवेशकों को विभिन्न रूप से एक निश्चित राशि को निवेश करने पर देश में अपने परिवार समेत निवास करने का अवसर देती है। यह निवेश रियल एस्टेट के क्षेत्र में न्यूनतम €500,000, किसी कंपनी में न्यूनतम €1,000,000, शेयर, बॉन्ड आदि में €1,000,000 है, इसके अतिरिक्त व्यक्ति के पास न्यूनतम दस रोजगार पैदा करने का विकल्प भी है। पाँच वर्षों के पश्चात निवेशक पुर्तगाल की नागरिकता (Golden Visa in Hindi) प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकता है।
विदेशों में बसे भारतीय
भारत जनसंख्या के लिहाज से चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है। देश की आबादी तकरीबन 139 करोड़ है, अतः इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है, कि भारतीय नागरिक दुनियाँ के विभिन्न देशों में निवास कर रहें हों। विदेश मंत्रालय के अनुसार भारतीय मूल के तकरीबन 1.8 करोड़ लोग दुनियाँ के विभिन्न देशों में निवास कर रहे हैं, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया तथा न्यू-जीलैंड जैसे देशों में भारतीयों की संख्या सर्वाधिक है।
इसके अतिरिक्त गैर-निवासी भारतीयों को देखें, जो रोजगार के उद्देश्य से भारत से बाहर विभिन्न देशों में निवास कर रहे हैं उनकी संख्या तकरीबन 1.3 करोड़ है। भारत से बढ़ते विस्थापन को देखते हुए कई देशों ने भारतीय नागरिकों के लिए ऐसे देश में नागरिकता या स्थाई निवास हेतु कड़े कानून बनाए हैं।
भारत से पश्चिमी देशों की ओर हो रहे अधिक विस्थापन में सरकारों का भी मुख्य योगदान रहा है। देश में कानून व्यवस्था हो, शिक्षा का स्तर हो, स्वास्थ्य सेवाएं हो तथा सफाई हो सरकारें लंबे समय से इन मुद्दों पर कार्य करने में असफल रहीं हैं। अतः इन सामाजिक समस्याओं के चलते ऐसे लोग जो विकसित देशों में कार्य करने में सक्षम हैं वे इन देशों में जीवन व्यतीत करने को अधिक महत्व देते हैं।
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