नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे अनेक क्षेत्रों से महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। इस लेख के माध्यम से हम समझेंगे राष्ट्रीय आय तथा इसके विभिन्न घटकों जैसे GDP, GNP आदि के बारे में और जानेंगे कैसे किसी देश की GDP की गणना (GDP & National income in Hindi) की जाती है।
राष्ट्रीय आय (National Income)
किसी देश की एक वर्ष में होने वाली कुल आय को राष्ट्रीय आय कहा जाता है। दूसरे शब्दों में एक वर्ष के दौरान देश नागरिकों तथा देश में रहने वाले विदेशियों द्वारा उत्पादित कुल अंतिम वस्तुओं तथा सेवाओं का मौद्रिक मूल्य राष्ट्रीय आय कहलाती है। किसी देश की राष्ट्रीय आय से उस देश की आर्थिक स्थिति या अर्थव्यवस्था का अंदाज़ा लगाया जा सकता है इसी के साथ राष्ट्रीय आय सरकारों को आर्थिक नीतियों को बनाने में भी मदद करती है। भारत में इसकी गणना CSO द्वारा की जाती है।
राष्ट्रीय आय के घटक
इसके के मुख्यतः चार घटक हैं।
- GDP
- GNP
- NDP
- NNP
GDP (Gross Domestic Product)
जीडीपी किसी देश की घरेलू सीमा या भूमि के अंदर एक वर्ष की समयावधि में देश के सामान्य निवसियों द्वारा उत्पादित होने वाले कुल अंतिम उत्पादों तथा सेवाओं के बाज़ार मूल्य को कहा जाता है। गौरतलब है कि सामान्य निवसियों से आशय ऐसे व्यक्तियों या संस्थाओं से है जो किसी देश में निवास कर रहे हों तथा उनकी आर्थिक रुचि उस देश में केंद्रित हो यह आवश्यक नहीं है कि ऐसे निवासी उस देश के नागरिक हों।
उदाहरण के तौर पर भारत की सीमा के भीतर किसी विदेशी व्यक्ति द्वारा अर्जित आय को भी भारत की GDP (GDP & National income in Hindi) में शामिल किया जाएगा। सकल घरेलू उत्पाद के मुख्यतः तीन क्षेत्र हैं जिनमें कृषि, उद्योग तथा सेवा क्षेत्र शामिल हैं। गणना की बात करें तो सकल घरेलू उत्पाद की गणना मुख्यतः चार कारकों के आधार पर की जाती है।
- देश की सीमा के भीतर कुल उपभोग व्यय
- सरकारों द्वारा किया गया कुल खर्च
- कम्पनियों द्वारा मशीनों, फैक्ट्रियों आदि में किया गया निवेश
- शुद्ध निर्यात ( कुल निर्यात – कुल आयात)
सकल घरेलू उत्पाद की गणना दो प्रकार से की जाती है। जब एक वर्ष में देश की सीमा के भीतर उत्पादित सेवाओं तथा वस्तुओं का मूल्य उनकी बाजार कीमत के अनुसार निकाला जाता है तो उसे मौद्रिक जीडीपी कहा जाता है वहीं यदि उत्पादित सेवाओं तथा वस्तुओं के मूल्य की गणना किसी आधार वर्ष से की जाए तो उसे वास्तविक जीडीपी कहा जाता है। वास्तविक जीडीपी में महँगाई का प्रभाव नहीं होता। गौरतलब है कि वर्तमान में 2011-12 को आधार वर्ष मानते हुए वास्तविक जीडीपी की गणना की जाती है।
GNP (Gross National Product)
सकल राष्ट्रीय उत्पाद एक वर्ष की समयावधि में किसी देश के नागरिकों द्वारा उस देश की सीमा के अंदर या विदेश में उत्पादित कुल अंतिम वस्तुओं तथा सेवाओं का मौद्रिक मूल्य है। अर्थात सकल घरेलू उत्पाद के विपरीत इसमें देश के भीतर विदेशियों द्वारा अर्जित आय को नहीं जोड़ा जाता जबकि देश के बाहर रहने वाले नागरिकों द्वारा विदेशों में अर्जित आय को जोड़ा जाता है।
NDP (Net Domestic Product)
यदि किसी देश की GDP में से ह्रास दर को घटा दिया जाए तो हमें कुल घरेलू उत्पाद या NDP की प्राप्ति होती है। आइये अब समझते हैं ह्रास दर को, किसी भी वस्तु या सेवा के उत्पादन में मशीन, फर्नीचर, भवन आदि का इस्तेमाल किया जाता है समय के साथ इनकी दक्षता कम होते जाती है अतः इनकी मरम्मत या इन्हें बदलने की आवश्यकता होती है इसी को मूल्यह्रास या डेप्रिसिएशन कहा जाता है। इस प्रकार किसी देश की GDP में से उस वर्ष में हुए मूल्य ह्रास को घटा देने पर NDP प्राप्त होती है।
NNP (Net National Product)
NDP में हमने मूल्यह्रास के बारे में समझाया अब यदि सकल राष्ट्रीय उत्पाद में से उस वर्ष का मूल्यह्रास घटा दिया जाए तो NNP की प्राप्ति होती है। यही किसी देश की शुद्ध राष्ट्रीय आय होती है।
यह भी पढ़ें : जानें FDI अथवा विदेशी निवेश क्या है तथा किन क्षेत्रों में कितना विदेशी निवेश किया जा सकता है?
उम्मीद है दोस्तो आपको ये लेख (GDP & National income in Hindi) पसंद आया होगा टिप्पणी कर अपने सुझाव अवश्य दें। अगर आप भविष्य में ऐसे ही रोचक तथ्यों के बारे में पढ़ते रहना चाहते हैं तो हमें सोशियल मीडिया में फॉलो करें तथा हमारा न्यूज़लैटर सब्सक्राइब करें। तथा इस लेख को सोशियल मीडिया मंचों पर अपने मित्रों, सम्बन्धियों के साथ साझा करना न भूलें।