Why Zomato Shares Fall: जोमैटो के शेयर फिर गिरे, इन कारणों से 12% से अधिक की गिरावट

Why Zomato Shares Fall: जोमैटो के नतीजों के बाद से शेयर लगातार गिर रहे हैं। रिकॉर्ड हाई से यह 30% से अधिक नीचे आ चुका है। जानिए, इन नतीजों में ऐसा क्या था कि शेयर में भारी गिरावट आई। एक कारोबारी दिन पहले, जब नतीजे सामने आए थे, तब शेयर ग्रीन से रेड हो गया था और 9% से अधिक टूट गया था। आज भी यह 12% से अधिक गिर चुका है।

Why Zomato Shares Fall: ऑनलाइन फूड डिलीवरी और ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के शेयरों पर आज भी बिकवाली का दबाव बना रहा। एक कारोबारी दिन पहले नतीजों के बाद यह 8% से अधिक गिर गया था और आज भी इसकी गिरावट जारी रही, कारोबार खुलते ही यह 12% से अधिक टूट गया। हालांकि, 200 रुपये के नीचे आने पर कुछ खरीदारी का सपोर्ट मिला, लेकिन यह अभी भी काफी नीचे है। दिन के अंत में, BSE पर यह 10.92% की गिरावट के साथ 214.65 रुपये पर बंद हुआ, जबकि इंट्रा-डे में 12.78% गिरकर 210.15 रुपये तक आ गया था। एक दिन पहले, यह 3.14% गिरकर 240.95 रुपये पर बंद हुआ था।

रिकॉर्ड हाई से 30% से अधिक नीचे आने के बाद अब टेक्निकल चार्ट पर स्थिति

जोमैटो के शेयरों ने रिकॉर्ड हाई से 30% से अधिक की गिरावट देखी है, और अब टेक्निकल चार्ट पर इसके लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है। पहला सपोर्ट लेवल, जो 227.2 रुपये पर था, उसे तोड़ते हुए यह 214.7 रुपये तक गिर चुका है। अब इसका अगला सपोर्ट लेवल 201.1 रुपये पर है। इसके अलावा, अगर शेयर ऊपर की ओर जाता है, तो इसे 253.3, फिर 266.9, और 279.4 रुपये के रेजिस्टेंस लेवल का सामना करना पड़ सकता है।

निगेटिव संकेत यह हैं कि यह शेयर 20-दिनों के (225.6 रुपये), 50-दिनों के (264.8 रुपये), 100-दिनों के (260.2 रुपये) और 200-दिनों के (236.3 रुपये) एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) से भी नीचे आ चुका है, जो कि एक और नकारात्मक संकेत है।

दिसंबर तिमाही में जोमैटो का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 57% घटकर 59 करोड़ रुपये पर

दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर जोमैटो का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 57% गिरकर 59 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि, कंसोलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू में 64% की वृद्धि हुई और यह ₹5405 करोड़ तक पहुंच गया। कंपनी का कहना है कि दिसंबर तिमाही में ब्लिंकिट से जुड़े घाटे में ₹95 करोड़ की बढ़ोतरी हुई। इसके अलावा, कंपनी का कुल एडजस्टेड ईबीआईटीडीए 14% यानी ₹45 करोड़ घट गया।

ब्लिंकिट का घाटा और जोमैटो की सुस्त ग्रोथ का असर

ब्लिंकिट का घाटा बढ़ने का कारण यह है कि कंपनी इसे तेजी से विस्तार कर रही है। जोमैटो के सीईओ-फाउंडर दीपिंदर गोयल ने बताया कि पहले दिसंबर 2026 तक ब्लिंकिट के 2,000 स्टोर खोलने का लक्ष्य था, लेकिन अब यह लक्ष्य दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। फूड डिलीवरी बिजनेस की धीमी ग्रोथ के कारण भी जोमैटो को दिसंबर तिमाही में नुकसान हुआ। दिसंबर तिमाही में जोमैटो का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) तिमाही आधार पर सिर्फ 2% बढ़ा। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि वह सालाना 20% की ग्रोथ हासिल कर सकती है। इसके अलावा, जोमैटो को डिस्ट्रिक्ट ऐप के लॉन्च से भी झटका लगा, क्योंकि इसकी टीम, मार्केटिंग और तकनीकी खर्चों पर खर्च हुआ।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

जोमैटो के शेयरों ने पिछले साल 23 नवंबर 2024 को 128.10 रुपये पर पहुंचकर निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया। यह इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर था। इस निचले स्तर से 11 महीने में यह करीब 138% उछलकर 5 दिसंबर 2024 को 304.50 रुपये के रिकॉर्ड हाई तक पहुंच गया। हालांकि, इसके बाद शेयरों की तेजी रुक गई और अब यह अपने उच्चतम स्तर से 30% से अधिक गिर चुका है।

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